रामायणम् — 5.1.34
Original
Segmented
मार्गम् आलोकयन् दूराद् ऊर्ध्व-प्रणिधा-ईक्षणः रुरोध हृदये प्राणान् आकाशम् अवलोकयन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्गम् | मार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आलोकयन् | आलोकय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| दूराद् | दूर | pos=a,g=n,c=5,n=s |
| ऊर्ध्व | ऊर्ध्व | pos=a,comp=y |
| प्रणिधा | प्रणिधा | pos=va,comp=y,f=part |
| ईक्षणः | ईक्षण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रुरोध | रुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हृदये | हृदय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| आकाशम् | आकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अवलोकयन् | अवलोकय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |