रामायणम् — 5.1.82
Original
Segmented
तिर्यग् ऊर्ध्वम् अधस् च एव शक्तिः ते शैल वर्धितुम् तस्मात् संचोदयामि त्वाम् उत्तिष्ठ नग-सत्तम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तिर्यग् | तिर्यञ्च् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| ऊर्ध्वम् | ऊर्ध्वम् | pos=i |
| अधस् | अधस् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| शक्तिः | शक्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| शैल | शैल | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| वर्धितुम् | वृध् | pos=vi |
| तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| संचोदयामि | संचोदय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| उत्तिष्ठ | उत्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| नग | नग | pos=n,comp=y |
| सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |