रामायणम् — 5.10.10
Original
Segmented
अनिर्वेदः श्रियो मूलम् अनिर्वेदः परम् सुखम् भूयस् तावत् विचेष्यामि न यत्र विचयः कृतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनिर्वेदः | अनिर्वेद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रियो | श्री | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अनिर्वेदः | अनिर्वेद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भूयस् | भूयस् | pos=i |
| तावत् | तावत् | pos=i |
| विचेष्यामि | विचि | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| न | न | pos=i |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| विचयः | विचय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कृतः | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |