रामायणम् — 5.11.34
Original
Segmented
न वनेषु न शैलेषु न निरोधेषु वा पुनः क्रीडाम् अनुभविष्यन्ति समेत्य कपि-कुञ्जराः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| वनेषु | वन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| न | न | pos=i |
| शैलेषु | शैल | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| न | न | pos=i |
| निरोधेषु | निरोध | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| वा | वा | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| क्रीडाम् | क्रीडा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अनुभविष्यन्ति | अनुभू | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| समेत्य | समे | pos=vi |
| कपि | कपि | pos=n,comp=y |
| कुञ्जराः | कुञ्जर | pos=n,g=m,c=1,n=p |