रामायणम् — 5.11.44
Original
Segmented
सुजात-मूला सुभगा कीर्ति-माला-यशस्विन् प्रभग्ना चिर-रात्री इयम् मम सीताम् अपश्यतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुजात | सुजात | pos=a,comp=y |
| मूला | मूल | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| सुभगा | सुभग | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| कीर्ति | कीर्ति | pos=n,comp=y |
| माला | माला | pos=n,comp=y |
| यशस्विन् | यशस्विन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| प्रभग्ना | प्रभञ्ज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| चिर | चिर | pos=a,comp=y |
| रात्री | रात्रि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सीताम् | सीता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अपश्यतः | अपश्यत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |