रामायणम् — 5.14.32
Original
Segmented
इति एवम् अर्थम् कपिः अन्ववेक्ष्य सीता इयम् इति एव निविष्ट-बुद्धिः संश्रित्य तस्मिन् निषसाद वृक्षे बली हरीणाम् ऋषभः तरस्वी
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कपिः | कपि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अन्ववेक्ष्य | अन्ववेक्ष् | pos=vi |
| सीता | सीता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| निविष्ट | निविश् | pos=va,comp=y,f=part |
| बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| संश्रित्य | संश्रि | pos=vi |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| निषसाद | निषद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वृक्षे | वृक्ष | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| बली | बलिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हरीणाम् | हरि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| ऋषभः | ऋषभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तरस्वी | तरस्विन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |