रामायणम् — 5.18.20
Original
Segmented
असकृत् संयुगे भग्ना मया विमृद्-ध्वजाः अशक्ताः प्रत्यनीकेषु स्थातुम् मम सुर-असुराः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| असकृत् | असकृत् | pos=i |
| संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| भग्ना | भञ्ज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| विमृद् | विमृद् | pos=va,comp=y,f=part |
| ध्वजाः | ध्वज | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अशक्ताः | अशक्त | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| प्रत्यनीकेषु | प्रत्यनीक | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| स्थातुम् | स्था | pos=vi |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सुर | सुर | pos=n,comp=y |
| असुराः | असुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |