रामायणम् — 5.18.3
Original
Segmented
कामये त्वाम् विशाल-अक्षि बहु मन्यस्व माम् प्रिये सर्व-अङ्ग-गुण-सम्पन्ने सर्व-लोक-मनोहरे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कामये | कामय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| विशाल | विशाल | pos=a,comp=y |
| अक्षि | अक्ष | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| मन्यस्व | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| प्रिये | प्रिय | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| अङ्ग | अङ्ग | pos=n,comp=y |
| गुण | गुण | pos=n,comp=y |
| सम्पन्ने | सम्पद् | pos=va,g=f,c=8,n=s,f=part |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| मनोहरे | मनोहर | pos=a,g=f,c=8,n=s |