रामायणम् — 5.21.10
Original
Segmented
येन देवाः त्रयस्त्रिंशत् देवराजः च निर्जितः तस्य त्वम् राक्षस-इन्द्रस्य भार्या भवितुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| देवाः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| त्रयस्त्रिंशत् | त्रयस्त्रिंशत् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| देवराजः | देवराज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| निर्जितः | निर्जि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भार्या | भार्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| भवितुम् | भू | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |