रामायणम् — 5.24.19
Original
Segmented
हृता इति यो ऽधिगत्वा माम् राघवाय निवेदयेत् गृध्र-राजः ऽपि स रणे रावणेन निपातितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हृता | हृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| इति | इति | pos=i |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽधिगत्वा | अधिगम् | pos=vi |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| राघवाय | राघव | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| निवेदयेत् | निवेदय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| गृध्र | गृध्र | pos=n,comp=y |
| राजः | राज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| रावणेन | रावण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| निपातितः | निपातय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |