रामायणम् — 5.26.7
Original
Segmented
दुःखम् बत इदम् मम दुःखिताया मासौ चिराय अभिगमिष्यतः द्वौ बद्धस्य वध्यस्य यथा निशा-अन्ते राज-अपराधतः इव तस्करस्य
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| बत | बत | pos=i |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| दुःखिताया | दुःखित | pos=a,g=f,c=6,n=s |
| मासौ | मास | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| चिराय | चिर | pos=a,g=n,c=4,n=s |
| अभिगमिष्यतः | अभिगम् | pos=v,p=3,n=d,l=lrt |
| द्वौ | द्वि | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| बद्धस्य | बन्ध् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| वध्यस्य | वध् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=krtya |
| यथा | यथा | pos=i |
| निशा | निशा | pos=n,comp=y |
| अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| अपराधतः | अपराध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| तस्करस्य | तस्कर | pos=n,g=m,c=6,n=s |