रामायणम् — 5.28.29
Original
Segmented
माम् वा गृह्णीयुः आप्लुत्य बहवः शीघ्र-कारिणः स्याद् इयम् च अगृहीत-अर्था मम च ग्रहणम् भवेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| गृह्णीयुः | ग्रह् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| आप्लुत्य | आप्लु | pos=vi |
| बहवः | बहु | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| शीघ्र | शीघ्र | pos=a,comp=y |
| कारिणः | कारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अगृहीत | अगृहीत | pos=a,comp=y |
| अर्था | अर्थ | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| ग्रहणम् | ग्रहण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |