रामायणम् — 5.32.15
Original
Segmented
स्वम् परित्यज्य रूपम् यः परिव्राजक-रूप-धृत् जनस्थाने मया दृष्टः त्वम् स एव असि रावणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| परित्यज्य | परित्यज् | pos=vi |
| रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिव्राजक | परिव्राजक | pos=n,comp=y |
| रूप | रूप | pos=n,comp=y |
| धृत् | धृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| जनस्थाने | जनस्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| दृष्टः | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| रावणः | रावण | pos=n,g=m,c=1,n=s |