रामायणम् — 5.32.31
Original
Segmented
नचिराद् रावणम् संख्ये यो वधिष्यति वीर्यवान् रोष-प्रमुक्तैः इषुभिः ज्वलद्भिः इव पावकैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नचिराद् | नचिर | pos=a,g=n,c=5,n=s |
| रावणम् | रावण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वधिष्यति | वध् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| रोष | रोष | pos=n,comp=y |
| प्रमुक्तैः | प्रमुच् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| इषुभिः | इषु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| ज्वलद्भिः | ज्वल् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| पावकैः | पावक | pos=n,g=m,c=3,n=p |