रामायणम् — 5.33.12
Original
Segmented
अर्चिष्मान् अर्चितो ऽत्यर्थम् ब्रह्मचर्य-व्रते स्थितः साधूनाम् उपकार-ज्ञः प्रचार-ज्ञः च कर्मणाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्चिष्मान् | अर्चिष्मत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अर्चितो | अर्चय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽत्यर्थम् | अत्यर्थम् | pos=i |
| ब्रह्मचर्य | ब्रह्मचर्य | pos=n,comp=y |
| व्रते | व्रत | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| स्थितः | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| साधूनाम् | साधु | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| उपकार | उपकार | pos=n,comp=y |
| ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्रचार | प्रचार | pos=n,comp=y |
| ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |