रामायणम् — 5.34.16
Original
Segmented
द्विविधम् त्रिविध-उपायम् उपायम् अपि सेवते विजिगीषुः सुहृत् किंचिद् मित्रेषु च परंतपः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्विविधम् | द्विविध | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| त्रिविध | त्रिविध | pos=a,comp=y |
| उपायम् | उपाय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपायम् | उपाय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| सेवते | सेव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| विजिगीषुः | विजिगीषु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सुहृत् | सुहृद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मित्रेषु | मित्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| परंतपः | परंतप | pos=a,g=m,c=1,n=s |