रामायणम् — 5.36.10
Original
Segmented
यदि न उत्सहसे यातुम् मया सार्धम् अनिन्दिते अभिज्ञानम् प्रयच्छ त्वम् जानीयाद् राघवो हि यत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदि | यदि | pos=i |
| न | न | pos=i |
| उत्सहसे | उत्सह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| यातुम् | या | pos=vi |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
| अनिन्दिते | अनिन्दित | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| अभिज्ञानम् | अभिज्ञान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रयच्छ | प्रयम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| जानीयाद् | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| राघवो | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |