रामायणम् — 5.36.13
Original
Segmented
तापस-आश्रम-वासिन् प्राज्य-मूल-फल-उदके तस्मिन् सिद्ध-आश्रमे देशे मन्दाकिन्या अदूरतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तापस | तापस | pos=n,comp=y |
| आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
| वासिन् | वासिन् | pos=a,g=f,c=6,n=s |
| प्राज्य | प्राज्य | pos=a,comp=y |
| मूल | मूल | pos=n,comp=y |
| फल | फल | pos=n,comp=y |
| उदके | उदक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सिद्ध | सिद्ध | pos=n,comp=y |
| आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| देशे | देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मन्दाकिन्या | मन्दाकिनी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| अदूरतः | अदूर | pos=a,g=n,c=5,n=s |