रामायणम् — 5.36.18
Original
Segmented
उत्कर्षन्त्याम् च रशनाम् क्रुद्धायाम् मयि पक्षिणे स्रंसमाने च वसने ततो दृष्टा त्वया हि अहम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उत्कर्षन्त्याम् | उत्कृष् | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| रशनाम् | रशना | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| क्रुद्धायाम् | क्रुध् | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
| मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| पक्षिणे | पक्षिन् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| स्रंसमाने | स्रंस् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| वसने | वसन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| ततो | ततस् | pos=i |
| दृष्टा | दृश् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |