रामायणम् — 5.36.41
Original
Segmented
मे एव दुष्कृतम् किंचिन् महद् अस्ति न संशयः समर्थौ अपि तौ यत् माम् न अवेक्षेते परंतपौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| दुष्कृतम् | दुष्कृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| किंचिन् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| महद् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समर्थौ | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| अपि | अपि | pos=i |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| यत् | यत् | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| अवेक्षेते | अवेक्ष् | pos=v,p=3,n=d,l=lat |
| परंतपौ | परंतप | pos=a,g=m,c=1,n=d |