रामायणम् — 5.36.42
Original
Segmented
कौसल्या लोक-भर्तारम् सुषुवे यम् मनस्विनी तम् मे अर्थे सुखम् पृच्छ शिरसा च अभिवादय
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कौसल्या | कौसल्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सुषुवे | सू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मनस्विनी | मनस्विन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अर्थे | अर्थ | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पृच्छ | प्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| शिरसा | शिरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभिवादय | अभिवादय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |