रामायणम् — 5.37.16
Original
Segmented
स हि सागर-पर्यन्ताम् महीम् शासितुम् ईहते हि रामस्य जयो जनकनन्दिनि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| सागर | सागर | pos=n,comp=y |
| पर्यन्ताम् | पर्यन्त | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| शासितुम् | शास् | pos=vi |
| ईहते | ईह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| हि | हि | pos=i |
| रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जयो | जय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जनकनन्दिनि | जनकनन्दिनि | pos=n,g=f,c=8,n=s |