रामायणम् — 5.38.10
Original
Segmented
धारयिष्यामि मासम् तु जीवितम् शत्रु-सूदन मासाद् ऊर्ध्वम् न जीविष्ये त्वया हीना नृप-आत्मज
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धारयिष्यामि | धारय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| मासम् | मास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| जीवितम् | जीवित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
| सूदन | सूदन | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| मासाद् | मास | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ऊर्ध्वम् | ऊर्ध्वम् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| जीविष्ये | जीव् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| हीना | हा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| नृप | नृप | pos=n,comp=y |
| आत्मज | आत्मज | pos=n,g=m,c=8,n=s |