रामायणम् — 5.38.8
Original
Segmented
एष निर्यातितः श्रीमान् मया ते वारि-सम्भवः अतः परम् न शक्ष्यामि जीवितुम् शोक-लालसा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निर्यातितः | निर्यातय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वारि | वारि | pos=n,comp=y |
| सम्भवः | सम्भव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अतः | अतस् | pos=i |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| शक्ष्यामि | शक् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| जीवितुम् | जीव् | pos=vi |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| लालसा | लालस | pos=a,g=f,c=1,n=s |