रामायणम् — 5.4.14
Original
Segmented
ततो वर-अर्ह सु विशुद्ध-भावाः तेषाम् स्त्रियः तत्र महा-अनुभाव प्रियेषु पानेषु च सक्त-भावाः ददर्श तारा इव सुप्रभावाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| वर | वर | pos=a,comp=y |
| अर्ह | अर्ह | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| विशुद्ध | विशुध् | pos=va,comp=y,f=part |
| भावाः | भाव | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| अनुभाव | अनुभाव | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| प्रियेषु | प्रिय | pos=a,g=n,c=7,n=p |
| पानेषु | पान | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| सक्त | सञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
| भावाः | भाव | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तारा | तारा | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| सुप्रभावाः | सुप्रभाव | pos=a,g=f,c=2,n=p |