रामायणम् — 5.4.21
Original
Segmented
सनातने वर्त्मनि संनिविष्टाम् रामेक्षणीम् ताम् मदन-अभिविष्टाम् भर्तुः मनः श्रीमद् अनुप्रविष्टाम् स्त्रीभ्यो वर च सदा विशिष्टाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सनातने | सनातन | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| वर्त्मनि | वर्त्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| संनिविष्टाम् | संनिविश् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| रामेक्षणीम् | रामेक्षण | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| मदन | मदन | pos=n,comp=y |
| अभिविष्टाम् | अभिविश् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रीमद् | श्रीमत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अनुप्रविष्टाम् | अनुप्रविश् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| स्त्रीभ्यो | स्त्री | pos=n,g=f,c=5,n=p |
| वर | वर | pos=a,g=f,c=5,n=p |
| च | च | pos=i |
| सदा | सदा | pos=i |
| विशिष्टाम् | विशिष् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |