रामायणम् — 5.41.14
Original
Segmented
प्रासादस्य महान् तस्य स्तम्भम् हेम-परिष्कृतम् उत्पाटयित्वा वेगेन हनुमन्त् मारुतात्मजः ततस् तम् भ्रामयामास शत-धारम् महा-बलः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रासादस्य | प्रासाद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| स्तम्भम् | स्तम्भ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हेम | हेमन् | pos=n,comp=y |
| परिष्कृतम् | परिष्कृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| उत्पाटयित्वा | उत्पाटय् | pos=vi |
| वेगेन | वेग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| हनुमन्त् | हनुमन्त् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| मारुतात्मजः | मारुतात्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भ्रामयामास | भ्रामय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शत | शत | pos=n,comp=y |
| धारम् | धारा | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| बलः | बल | pos=n,g=m,c=1,n=s |