रामायणम् — 5.41.17
Original
Segmented
शतैः शत-सहस्रैः च कोटीभिः अयुतैः अपि आगमिष्यति सुग्रीवः सर्वेषाम् वो निषूदनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शतैः | शत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| शत | शत | pos=n,comp=y |
| सहस्रैः | सहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| कोटीभिः | कोटि | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| अयुतैः | अयुत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| आगमिष्यति | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| सुग्रीवः | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| वो | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| निषूदनः | निषूदन | pos=n,g=m,c=1,n=s |