रामायणम् — 5.42.14
Original
Segmented
स शरैः पूरित-तनुः क्रोधेन महता वृतः तम् एव परिघम् गृह्य भ्रामयामास वेगितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| पूरित | पूरय् | pos=va,comp=y,f=part |
| तनुः | तनु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्रोधेन | क्रोध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| परिघम् | परिघ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गृह्य | ग्रह् | pos=vi |
| भ्रामयामास | भ्रामय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वेगितः | वेगित | pos=a,g=m,c=1,n=s |