रामायणम् — 5.43.1
Original
Segmented
ततस् ते राक्षस-इन्द्रेण चोदिता मन्त्रिणः सुताः निर्ययुः भवनात् तस्मात् सप्त सप्त-अर्चि-वर्चसः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततस् | ततस् | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| इन्द्रेण | इन्द्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| चोदिता | चोदय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| मन्त्रिणः | मन्त्रिन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सुताः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| निर्ययुः | निर्या | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| भवनात् | भवन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| सप्त | सप्तन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सप्त | सप्तन् | pos=n,comp=y |
| अर्चि | अर्चि | pos=n,comp=y |
| वर्चसः | वर्चस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |