रामायणम् — 5.43.3
Original
Segmented
हेम-जाल-परिक्षिप्तैः ध्वजवद्भिः पताकिभिः तोयद-स्वन-निर्घोषैः वाजि-युक्तैः महा-रथैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हेम | हेमन् | pos=n,comp=y |
| जाल | जाल | pos=n,comp=y |
| परिक्षिप्तैः | परिक्षिप् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| ध्वजवद्भिः | ध्वजवत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| पताकिभिः | पताकिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| तोयद | तोयद | pos=n,comp=y |
| स्वन | स्वन | pos=n,comp=y |
| निर्घोषैः | निर्घोष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वाजि | वाजिन् | pos=n,comp=y |
| युक्तैः | युज् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| रथैः | रथ | pos=n,g=m,c=3,n=p |