रामायणम् — 5.44.35
Original
Segmented
समुत्पाट्य गिरेः शृङ्गम् समृग-व्याल-पादपम् जघान हनुमान् वीरो राक्षसौ कपि-कुञ्जरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| समुत्पाट्य | समुत्पाटय् | pos=vi |
| गिरेः | गिरि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शृङ्गम् | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| समृग | समृग | pos=a,comp=y |
| व्याल | व्याल | pos=n,comp=y |
| पादपम् | पादप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| जघान | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हनुमान् | हनुमन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वीरो | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राक्षसौ | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| कपि | कपि | pos=n,comp=y |
| कुञ्जरः | कुञ्जर | pos=n,g=m,c=1,n=s |