रामायणम् — 5.44.37
Original
Segmented
अश्वैः अश्वान् गजैः नागान् योधैः योधान् रथै रथान् स कपिः नाशयामास सहस्राक्ष इव असुरान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अश्वैः | अश्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अश्वान् | अश्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| गजैः | गज | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| नागान् | नाग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| योधैः | योध | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| योधान् | योध | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| रथै | रथ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| रथान् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कपिः | कपि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नाशयामास | नाशय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सहस्राक्ष | सहस्राक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| असुरान् | असुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |