रामायणम् — 5.45.29
Original
Segmented
न खलु अयम् न अभिभवेत् उपेक्षितः पराक्रमो हि अस्य रणे विवर्धते प्रमापणम् तु एव मे अस्य रोचते न वर्धमानो ऽग्निः उपेक्षितुम् क्षमः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| खलु | खलु | pos=i |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अभिभवेत् | अभिभू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| उपेक्षितः | उपेक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| पराक्रमो | पराक्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| विवर्धते | विवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| प्रमापणम् | प्रमापण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| रोचते | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| वर्धमानो | वृध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उपेक्षितुम् | उपेक्ष् | pos=vi |
| क्षमः | क्षम | pos=a,g=m,c=1,n=s |