रामायणम् — 5.47.12
Original
Segmented
उपोपविष्टम् रक्षोभिः चतुर्भिः बल-दर्पितैः कृत्स्नैः परिवृतम् लोकम् चतुर्भिः इव सागरैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उपोपविष्टम् | उपोपविश् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| रक्षोभिः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| चतुर्भिः | चतुर् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| बल | बल | pos=n,comp=y |
| दर्पितैः | दर्पय् | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
| कृत्स्नैः | कृत्स्न | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| परिवृतम् | परिवृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| चतुर्भिः | चतुर् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| सागरैः | सागर | pos=n,g=m,c=3,n=p |