रामायणम् — 5.49.28
Original
Segmented
प्राप्तम् धर्म-फलम् तावद् भवता न अत्र संशयः फलम् अस्य अपि अधर्मस्य क्षिप्रम् एव प्रपत्स्यसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्राप्तम् | प्राप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तावद् | तावत् | pos=i |
| भवता | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| न | न | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| अधर्मस्य | अधर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| प्रपत्स्यसे | प्रपद् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |