रामायणम् — 5.51.36
Original
Segmented
स भूत्वा शैल-संकाशः क्षणेन पुनः आत्मवान् ह्रस्वताम् परमाम् प्राप्तो बन्धनानि अवशातयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भूत्वा | भू | pos=vi |
| शैल | शैल | pos=n,comp=y |
| संकाशः | संकाश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्षणेन | क्षण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| आत्मवान् | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ह्रस्वताम् | ह्रस्वता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| परमाम् | परम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| बन्धनानि | बन्धन | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अवशातयत् | अवशातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |