रामायणम् — 5.52.5
Original
Segmented
यो हि अयम् मम लाङ्गूले दीप्यते हव्यवाहनः अस्य संतर्पणम् न्याय्यम् कर्तुम् एभिः गृह-उत्तमैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| लाङ्गूले | लाङ्गूल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| दीप्यते | दीप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| हव्यवाहनः | हव्यवाहन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| संतर्पणम् | संतर्पण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न्याय्यम् | न्याय्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| कर्तुम् | कृ | pos=vi |
| एभिः | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| गृह | गृह | pos=n,comp=y |
| उत्तमैः | उत्तम | pos=a,g=m,c=3,n=p |