रामायणम् — 5.55.31
Original
Segmented
अपरे तु हनूमन्तम् वानरा वारण-उपमम् आप्लुत्य गिरि-शृङ्गेभ्यः संस्पृशन्ति स्म हर्षिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपरे | अपर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| हनूमन्तम् | हनुमन्त् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| वानरा | वानर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वारण | वारण | pos=n,comp=y |
| उपमम् | उपम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| आप्लुत्य | आप्लु | pos=vi |
| गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
| शृङ्गेभ्यः | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=5,n=p |
| संस्पृशन्ति | संस्पृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| स्म | स्म | pos=i |
| हर्षिताः | हर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |