रामायणम् — 5.56.27
Original
Segmented
एवम् उक्ता मया सा तु सुरसा कामरूपिणी अब्रवीत् न अतिवर्तेत कश्चिद् एष वरो मम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्ता | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| सुरसा | सुरसा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| कामरूपिणी | कामरूपिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| न | न | pos=i |
| अतिवर्तेत | अतिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वरो | वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |