रामायणम् — 5.65.8
Original
Segmented
नख-अग्रैः केन ते भीरु दारितम् तु स्तनान्तरम् कः क्रीडति स रोषेण पञ्च-वक्त्रेन भोगिना
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नख | नख | pos=n,comp=y |
| अग्रैः | अग्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| केन | क | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भीरु | भीरु | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| दारितम् | दारय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| स्तनान्तरम् | स्तनान्तर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्रीडति | क्रीड् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स | स | pos=i |
| रोषेण | रोष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| पञ्च | पञ्चन् | pos=n,comp=y |
| वक्त्रेन | वक्त्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भोगिना | भोगिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |