रामायणम् — 5.7.38
Original
Segmented
स च ताभिः परिवृतः शुशुभे राक्षस-अधिपः यथा हि उडुपतिः श्रीमान् ताराभिः अभिसंवृतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| ताभिः | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| परिवृतः | परिवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| शुशुभे | शुभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| अधिपः | अधिप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| उडुपतिः | उडुपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ताराभिः | तारा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| अभिसंवृतः | अभिसंवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |