रामायणम् — 5.7.39
Original
Segmented
याः च्यवन्ते ऽम्बरात् ताराः पुण्य-शेष-समावृ इमाः ताः संगताः कृत्स्ना इति मेने हरिः तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| याः | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| च्यवन्ते | च्यु | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ऽम्बरात् | अम्बर | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| ताराः | तारा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
| शेष | शेष | pos=n,comp=y |
| समावृ | समावृ | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| इमाः | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| ताः | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| संगताः | संगम् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| कृत्स्ना | कृत्स्न | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| इति | इति | pos=i |
| मेने | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हरिः | हरि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |