रामायणम् — 5.7.40
Original
Segmented
ताराणाम् इव सु व्यक्तम् महतीनाम् शुभ-अर्चिस् प्रभा-वर्ण-प्रसादाः च विरेजुः तत्र योषिताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ताराणाम् | तारा | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| व्यक्तम् | व्यक्त | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| महतीनाम् | महत् | pos=a,g=f,c=6,n=p |
| शुभ | शुभ | pos=n,comp=y |
| अर्चिस् | अर्चिस् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| प्रभा | प्रभा | pos=n,comp=y |
| वर्ण | वर्ण | pos=n,comp=y |
| प्रसादाः | प्रसाद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| विरेजुः | विराज् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| योषिताम् | योषित् | pos=n,g=f,c=6,n=p |