रामायणम् — 5.8.45
Original
Segmented
आतोद्यानि विचित्राणि परिष्वज्य वर-स्त्रियः निपीड्य च कुचैः सुप्ताः कामिन्यः कामुकान् इव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आतोद्यानि | आतोद्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| विचित्राणि | विचित्र | pos=a,g=n,c=2,n=p |
| परिष्वज्य | परिष्वज् | pos=vi |
| वर | वर | pos=a,comp=y |
| स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| निपीड्य | निपीडय् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| कुचैः | कुच | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सुप्ताः | स्वप् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| कामिन्यः | कामिनी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| कामुकान् | कामुक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| इव | इव | pos=i |