रामायणम् — 6.100.22
Original
Segmented
प्रियम् एतद् उदाहृत्य मैथिल्याः त्वम् हरि-ईश्वर प्रतिगृह्य च संदेशम् उपावर्तितुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उदाहृत्य | उदाहृ | pos=vi |
| मैथिल्याः | मैथिली | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| हरि | हरि | pos=n,comp=y |
| ईश्वर | ईश्वर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्रतिगृह्य | प्रतिग्रह् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| संदेशम् | संदेश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपावर्तितुम् | उपावृत् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |