रामायणम् — 6.101.21
Original
Segmented
ते एतत् वचनम् सौम्ये सारवत् स्निग्धम् एव च रत्न-ओघात् विविधात् च अपि देव-राज्यात् विशिष्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सौम्ये | सौम्य | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| सारवत् | सारवत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| स्निग्धम् | स्निग्ध | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
| ओघात् | ओघ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| विविधात् | विविध | pos=a,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| राज्यात् | राज्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| विशिष्यते | विशिष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |