रामायणम् — 6.101.9
Original
Segmented
मया हि अलब्ध-निद्रेन धृतेन तव निर्जये प्रतिज्ञा एषा विनिस्तीर्णा बद्ध्वा सेतुम् महा-उदधौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अलब्ध | अलब्ध | pos=a,comp=y |
| निद्रेन | निद्रा | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| धृतेन | धृ | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| निर्जये | निर्जय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| प्रतिज्ञा | प्रतिज्ञा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| एषा | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| विनिस्तीर्णा | विनिस्तृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| बद्ध्वा | बन्ध् | pos=vi |
| सेतुम् | सेतु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| उदधौ | उदधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |