रामायणम् — 6.103.2
Original
Segmented
एषा असि निर्जिता भद्रे शत्रुम् जित्वा मया रणे पौरुषाद् यद् अनुष्ठेयम् तद् एतद् उपपादितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एषा | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| निर्जिता | निर्जि | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| शत्रुम् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| जित्वा | जि | pos=vi |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पौरुषाद् | पौरुष | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अनुष्ठेयम् | अनुष्ठा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उपपादितम् | उपपादय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |