रामायणम् — 6.105.15
Original
Segmented
ग्रामणीश्च त्वम् बुद्धिः सत्त्वम् क्षमा प्रभवः च अप्ययः च त्वम् उपेन्द्रो मधुसूदनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ग्रामणीश्च | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| त्वम् | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| बुद्धिः | सत्त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सत्त्वम् | क्षमा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| क्षमा | दम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रभवः | प्रभव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अप्ययः | अप्यय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| उपेन्द्रो | उपेन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मधुसूदनः | मधुसूदन | pos=n,g=m,c=1,n=s |